प्रसंग: धारावी पुनर्विकास परियोजना (डीआरपी) हाल ही में विजेता बोली लगाने वाले की चयन प्रक्रिया से जुड़े विवाद के कारण खबरों में रही। धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट लिमिटेड (डीआरपीपीएल) नामक एक विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) द्वारा संचालित यह परियोजना, मुंबई के मध्य में स्थित एशिया के सबसे बड़े स्लम क्षेत्र धारावी को बदलने की एक प्रमुख पहल है।
अब हम व्हाट्सएप पर हैं। शामिल होने के लिए क्लिक करें
धारावी पुनर्विकास परियोजना के बारे में मुख्य बातें
- पृष्ठभूमि: स्लम पुनर्विकास प्राधिकरण (एसआरए) के तहत राज्य सरकार द्वारा 2004 में स्थापित, डीआरपी का लक्ष्य मुंबई को स्लम-मुक्त शहर में बदलना है।
- शहरी चुनौती: धारावी का पुनर्विकास मुंबई में झुग्गी-झोपड़ियों के पुनर्वास के चल रहे शहरी मुद्दे की प्रतिक्रिया है, एक ऐसा शहर जहां झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाली बड़ी आबादी है।
- विकास लक्ष्यों: परियोजना की योजना में एक व्यापक विकास दृष्टिकोण शामिल है जो आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक घटकों को एकीकृत करता है।
- सरकारी निजी कंपनी भागीदारी: डीआरपी शहरी पुनर्विकास चुनौतियों से निपटने में सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बीच सहयोग को प्रदर्शित करता है।
- भूमि उपयोग की तीव्रता: पुनर्विकास योजना का फ्लोर स्पेस इंडेक्स (एफएसआई) 4 से अधिक है, जो भूमि उपयोग के उच्च घनत्व को दर्शाता है, जो परियोजना की बहुमुखी प्रकृति को रेखांकित करता है।
अब हम व्हाट्सएप पर हैं। शामिल होने के लिए क्लिक करें
धारावी स्थान को समझना
- भौगोलिक स्थिति: मुंबई के केंद्र में स्थित धारावी, एशिया का सबसे बड़ा स्लम समूह है, जो प्रमुख अचल संपत्ति पर कब्जा करता है।
- आकार और इतिहास: यह 300 हेक्टेयर में फैला है, जिसमें 240 हेक्टेयर पुनर्विकास परियोजना के लिए रखा गया है। धारावी की स्थापना 1882 में ब्रिटिश राज के दौरान हुई थी।
साझा करना ही देखभाल है!